देश में एक फिर महंगा पेट्रोल डीजल आम लोगों की जेब परर डाका डाल सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। कच्चे तेल के दाम फिर से 120 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा है। यूरोपीय यूनियन द्वारा रूस से कच्चे तेल के आयात पर बैन लगाने की वकालत करने के चलते कच्चे तेल के दामों ये तेजी देखी जा रही है।
इससे पहले यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 2008 के बाद पहली बार 139 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा था। रूस से कच्चे तेल के आयात पर बैन लगाने की मांग के चलते तो कीमतों में तेजी है ही साथ ही चीन मे कोरोना के चलते लगाये गए लॉकडाउन में ढील दिए जाने की खबरों के चलते भी कच्चे तेल के दामों में उछाल आई है। दरअसल चीन में लॉकडाउन में ढील दी गई तो इससे कच्चे तेल की मांग बढ़ेगी और सप्लाई में कमी के चलते कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
कच्चे तेल के दामों में ये इजाफा भारत के लिए बुरी खबर है। भारत में पहले ही 22 मार्च से 6 अप्रैल 2022 के बीच 10 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल डीजल महंगा हो चुका है। हालांकि सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कमी किया है। पेट्रोल पर 8 रुपये प्रति तो डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी को घटाया गया है। लेकिन कच्चे तेल के कीमतों में जिस प्रकार की तेजी आई है तो ऐसे में फिर से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने का सिलसिला शुरू हो सकता है। जिसके महंगाई और भी बढ़ सकती है। वैसे भी सरकारी तेल कंपनियों को पेट्रोल डीजल बेचने पर भारी नुकसान उठाना पड़ रह रहा है।
चार मेट्रो शहरों में पेट्रोल डीजल के दामों पर नजर डालें तो दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये में मिल रहा है। मुंबई में पेट्रोल 111.35 रुपये और डीजल 97.28 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये और कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 प्रति लीटर में मिल रहा है।