आजमगढ़ पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों के अंगूठे के निशान का क्लोन तैयार कर ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से ठगी को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने जिस शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। वो अपने ग्राहक सेवा केंद्र की आड़ में ग्राहकों के अंगूठे की क्लोनिंग कर उनके बैंक खातों से रुपए निकाल लेता था। पुलिस के मुताबिक उसने अब तक 165 लोगों को अपना शिकार बनाया है। उनके फिंगर प्रिंट क्लोन की मदद से करीब 15 से 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।
पुलिस के अनुसार आरोपी ने साल भर पहले ग्राहक सेवा केंद्र में काम करने के दौरान फिंगर प्रिंट क्लोन करना सीखा था। आरोपी ने एईपीएस के जरिए जालसाजी को अंजाम दिया। वो इतना शातिर था कि नुकसान का शिकार हुए लोगों को भनक तक नहीं लगने देता था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया पहले वो ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन करता था।
उस दौरान राबर्ट्सगंज जनपद सोनभद्र निवासी अजीत सिंह ने उसे फिंगरप्रिंट क्लोन करना सिखाया। जल्दी अमीर बनने की कोशिश में उसने कई लोगों को निशाना बनाया था। एक अनुमान के मुताबिक आरोपी करीब 165 लोगों को शिकार बना चुका है।
आरोपी के अनुसार, ऐसे मामलों में अक्सर जरूरतमंदों को पैसों का लालच देकर ग्राहक सेवा केंद्र एजेंट बैंकों में खाता खोल कर संबंधित शख्स की आईडी, पासवर्ड, एटीएम कार्ड, चेकबुक, पासबुक, इंटरनेट बैंकिंग किट अपने पास रख ली जाती थी। लोगों की रजिस्ट्री संबंधी कागजात से आधार कार्ड नंबर व फिंगर प्रिंट प्राप्त कर उनके फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर बैंक खाते से रुपये सीएसपी अकाउंट/ ग्राहक सेवा केंद्र एजेंट खाता में ट्रांसफर करने के बाद विभिन्न बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर कर एटीएम से निकाल लेते थे।
आजमगढ़ में इस धोखाधड़ी के पीड़ित मो। गफ्फार खां निवासी मेहनाजपुर ने तहरीर दी कि उसके बैंक खाते से आधार कार्ड के माध्यम से किसी ने दो लाख रुपये निकाल लिए। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और जांच की कवायद में जुट गई। जांच के दौरान एक ग्राहक सेवा केंद्र संचालक का नाम प्रकाश में आया। जिस पर पुलिस ने छापेमारी कर केंद्र संचालक को गिरफ्तार कर लिया।