देश में एक बार फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। इस दौरान वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस में भी उछाल नजर आने लगा है जो कि खतरनाक है। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 27,553 नए मामले सामने आए हैं जबकि 284 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही देश में कोरोना का एक्टिव केसलोड 1,22,801 हो गया है। वहीं भारत में ओमिक्रॉन के मामले 1,525 हो चुके हैं।
पहले ही कोरोना वायरस का दो लहरों की मार झेलने के बाद तीसरी लहर की आहट भी लोगों को डरा दे रही है। केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना और ओमिक्रॉन को लेकर खासा सक्रिय दिखाई पड़ने लगी है। कई राज्यों में कड़े प्रतिबंध भी लगा दिए गए हैं। जिसमें नाइट कफ्र्यू और धारा 144 जैसी चीजे हैं।
इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना और ओमिक्रॉन के मामलों में अचानक आई तेजी के चलते, आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं में समस्या आ सकती है। इसलिए मंत्रालय ने फील्ड स्तर पर शिफ्ट हॉस्पिटल बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, जिला स्तर पर सर्विलांस को सक्रिय करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से अपने यहां विभिन्न स्थानों पर 24ग्7 रैपिड एंटीजन टेस्ट बूथ लगाने का सुझाव दिया है। कहा गया है कि बुखार, गले में खराश, दस्त, सांस फूलने वालों का कारोना टेस्ट कराया जाए। उधर, नए साल के पूर्व संध्या पर कई राज्यों ने अपने यहां कोरोना के मामलों में भारी बढ़ोतरी की जानकारी दी है।
देश में कोरोना के साथ ओमिक्रॉन के केस भी लगातार बढ़ रहे हैं। भारत में अबतक 1525 लोग ओमिक्रॉन की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 560 लोग संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं। इस तरह से देश में अभी ओमिक्रॉन के लगभग 1000 एक्टिव केस हैं।