बिहार के खगड़िया जिले में एक 12 साल की बच्ची की खुशकुशी का मामला सामने आया है। घर सूना देख पिता ने जब बेटी से स्कूल न जाने की प्यार भरी अपील की तो यह उसे नागवार गुजरी और उसने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी।
घटना परबत्ता थाना इलाके के सिराजपुर गांव की है। जहां रहने वाले सुमन चौधरी स्कूल में टीचर हैं। बुधवार को सुमन कुमार की पत्नी भागलपुर खरीदारी करने जा रही थी। इस दौरान उन्होंने अपनी बेटी राधा रानी से कहा कि तुम स्कूल चली जाना। मैं भागलपुर बाजार करने जा रही हूं। बेटी स्कूल जाने की तैयारी करने लगी। इसी बीच, पिता सुमन चौधरी ने बेटी से कहा, तुम आज स्कूल मत जाओ, यहां कोई नहीं है, घर सूना हो जाएगा। पिता की यही बात बेटी को नागवार गुजर गई।
पिता के घर से बाहर जाते ही राधा रानी ने पलंग पर चढ़कर पंखे से दुपट्टा बांधा और उसपर झूल गई। किसी काम से उसके घर पहुंचे पड़ोसी ने यह मंजर देखा और फोन पर राधा रानी के पिता को सूचना दी। पिता दौड़े हुए घर आए, हालांकि तब तक बेटी के सांसें थम चुकी थीं। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त मृतका की मां भागलपुर गई थी। पिता के मुताबिक, राधा रानी ने अटैची के सहारे पंखे से झूलकर अपनी जान दे दी है।
वहीं, सूचना के बाद मौके पर पहुंची परबत्ता थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका के गले पर काला निशान दिखाई देने से पुलिस सभी एंगल से जांच में जुटी है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस बच्ची की मौत का स्पष्ट कारण बता पाएगी। इस मामले में पड़ोसियों के साथ मृतका के मां-बाप से पूछताछ की जा रही है।
वहीं, दूसरी ओर पड़ोसी कई तरह की चर्चा कर रहे हैं, पड़ोसियों का कहना है कि पिता की इतनी सी बात को लेकर भला कोई बेटी कैसे फांसी लगा सकती है। बेटी उनकी खुश रहती थी। कभी उसे तनाव में नहीं देखा गया। फिलहाल पुलिस आत्महत्या का मामला दर्ज कर हर पहलु से जांच करने में जुटी है।