सीकर। जिले के अजीतगढ कस्बे के हाथीदह गांव में 26 साल के एक कोरोना संदिग्ध ने पंखे पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस कोरोना संदिग्ध को चिकित्सा विभाग ने होम आइसोलेशन में रखने के लिए कहा था, तब से वह अपने घर के एक कमरे में आइसोलेशन पर था। परिजनों से उसका संपर्क नही हो रहा था उसे खाना और पानी खिड़की से दिया जाता था। मंगलवार सूबह उसे पत्नी ने चाय के लिए आवाज लगाई तो वह नही बोला। बाद में परिजनों ने कमरे का गेट खोला तो वह पंखे पर लटक रहा था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले कि जांच शुरू की है। मृतक नंद किशोर रैगर 26 वर्षीय बताया है। जो पिछले दिनों मुंबई से आया था। मृतक मुंबई में मजदूरी करता था ।
कोरोना वायरस संदिग्ध ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक पिछले सप्ताह महाराष्ट्र से आया था और इसे चिकित्सा विभाग ने होम आइसोलेशन के निर्देश दिए गए थे। वह परिवार से अलग एक कमरे में रह रहा था। लेकिन मंगलवार सुबह वह नहीं उठा तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ा। अंदर युवक पंखे पर फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।
महाराष्ट्र में मजदूरी करने वाले नंदकिशोर रैगर की शादी करीब पांच साल पहले हुई थी। उसके डेढ़ साल का एक बेटा भी है। पुलिस के अनुसार नंदकिशोर रैगर एक सप्ताह पहले महाराष्ट्र से अपने भाई के साथ गांव आया था। चिकित्सा विभाग ने दोनों भाइयों की सरकारी अस्पताल में जांच कर होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से दोनों भाई घरवालों से अलग कमरों में रह रहे थे।
मंगलवार की सुबह देर तक नहीं उठने पर परिजनों ने उसे काफी आवाजें लगाईं और जब कोई जवाब नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ दिया। अंदर देखा तो वह पंखे पर लटके फंदे पर झूल रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस उसके शव को अजीतगढ सरकारी चिकित्सालय ले गई। जहां उसका पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।